
गूगल प्ले स्टोर
एक रिसर्च में पता चला है कि एंड्रॉयड स्मार्टफोन (Android Smartphones) में वायरस आने का सबसे बड़ा स्त्रोत गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) है. रिसर्च में प्ले स्टोर की डाउनलोड प्रक्रिया को अन्य सात स्टोर से तुलना की गई है. जिसमें वेब ब्राउजर, कमर्शियल पे पर इंस्टॉल प्रोग्राम्स और इंस्टेंट मैसेज शामिल हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 13, 2020, 9:33 PM IST
प्ले स्टोर पर 50 फीसदी से ज्यादा वायरस ऐप
सिमेंटिक स्कोलर वेबसाइट में छपे शोध के मुताबिक, गूगल प्ले स्टोर पर 67.2 वायरस बढ़ाने वाले एप एंड्रॉयड फोन में डाउनलोड होते हैं. बता दें कि नॉर्टनलाइलॉक और आईएमडीए सॉफ्टवेयर संस्थान के शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष पर आने के लिए चार महीने की अवधि में 12 मिलियन एंड्रॉयड स्मार्टफोन से 7.9 मिलियन ऐप्स के डेटा को रिकॉर्ड किया है. इस ‘हाउ डिड दे गेट इन माई फोन? अनवॉन्टेड एप डिस्ट्रीब्यूशन ऑन एंड्रॉइड एप’ नामक शोध में कहा गया है कि थर्ड पार्टी एप स्टोर्स में केवल 10.4 फीसदी वायरस पैदा करने वाले ऐप इंस्टॉल होते हैं.
यह भी पढ़ें: Google की नई सर्विस! नहीं पे किया बैंकों और क्रेडिट कार्ड कंपनियों को बिल, तो गूगल कर देगा फ़ोन लॉक67.5 फीसदी वायरस गूगल प्ले स्टोर से आता है
वहीं, शोध में प्ले स्टोर की डाउनलोड प्रक्रिया को अन्य सात स्टोर से तुलना की गई है. जिसमें वेब ब्राउजर, कमर्शियल पे पर इंस्टॉल प्रोग्राम्स और इंस्टेंट मैसेज शामिल हैं. शोध में पता चला है कि एंड्रॉयड में कुल ऐप डाउनलोड का 87.2 फीसदी गूगल प्ले स्टोर से आता है. यही कारण है कि 67.5 फीसदी वायरस गूगल प्ले स्टोर से आता है. शोध में यह भी बताया गया है कि गूगल प्ले स्टोर का वेक्टर डिटेक्शन रेशियो (VDR) अन्य स्रोतों के मुकाबले बेहद कम है. प्ले स्टोर का वीडीआर केवल 5.6 फीसदी है जो अन्य बड़े वेक्टर वितरकों से बेहतर हैं. इस प्रकार प्ले स्टोर अवांछित एप्स कार्य के खिलाफ आसानी से सुरक्षा करने में सक्षम है.