
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया 4 करोड़ डोज तैयार भी कर चुकी है. (सांकेतिक तस्वीर)
सीरम इंस्टिट्यूट (Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा है कि शुरुआती उत्पादन भारत के लिए होगा. बाद में अगले साल की शुरुआत में वैक्सीन को अप्रूवल मिल जाने के बाद अन्य दक्षिण एशियाई देशों में भी वैक्सीन डोज भेजे जाएंगे.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 13, 2020, 9:46 PM IST
शुरुआती डोज भारत के लिए बनाए जाएंगे
सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा है कि शुरुआती उत्पादन भारत के लिए होगा. बाद में अगले साल की शुरुआत में वैक्सीन को अप्रूवल मिल जाने के बाद अन्य दक्षिण एशियाई देशों में भी वैक्सीन डोज भेजे जाएंगे. गौरतलब है कि सीरम इंस्टिट्यूट वैक्सीन के सौ करोड़ डोज बनाएगी जिसमें 50 करोड़ भारत के लिए और 50 करोड़ डोज अन्य दक्षिण एशियाई देशों के लिए होंगे. सीरम इंस्टिट्यूट अब तक वैक्सीन के चार करोड़ डोज तैयार कर चुका है.
अगले साल की शुरुआत में आ सकती है वैक्सीनगौरतलब है कि एक हफ्ते पहले अदार पूनावाला ने कहा था कि अगले साल जनवरी महीने तक कोरोना वैक्सीन आ सकती है. साथ ही उन्होंने यह भी संभावना जताई थी कि वैक्सीन की कीमत आम लोगों की पहुंच में होगी. अदार पूनावाला ने कहा था कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कोविड-19 वैक्सीन के लिए इमरजेंसी लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकता है, जो यूनाइटेड किंगडम में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के उम्मीदवारों के परीक्षण के परिणामों पर आधारित है.
News18 को दिए एक इंटरव्यू में अदार पूनावाला ने कहा था कि अभी तक कोई सुरक्षा चिंता नहीं है, लेकिन वैक्सीन के लॉन्ग टर्म प्रभावों को समझने में 2-3 साल लगेंगे. दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के सीईओ ने बताया था कि शॉट को सस्ती दर पर लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा और इसे यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल करने की कोशिश भी की जाएगी.