सत्र की शुरुआत में दो बेहद करीबी मैच गंवाने के बाद किंग्स इलेवन की टीम पिछले दो मैचों में वांछित नतीजे हासिल करने में कामयाब रही है. रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) के खिलाफ टीम को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए सिर्फ सात रन की दरकार थी और उसे अंतिम गेंद से काफी पहले ही मैच खत्म कर देना चाहिए था जबकि मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल के पहले डबल सुपर ओवर से पहले नियमित समय में ही लोकेश राहुल (KL Rahul) की टीम को जीत हासिल कर लेनी चाहिए थी.
पंजाब को हर हाल में जीतने होंगे सभी मैच
डेथ ओवरों की गेंदबाजी, ग्लेन मैक्सवेल की खराब फॉर्म और कमजोर मध्यक्रम टीम की चिंता का विषय है जिसे प्ले ऑफ में जगह बनाने के लिए अपने बाकी बचे पांचों मैच जीतने होंगे. टूर्नामेंट के शीर्ष दो स्कोरर सलामी बल्लेबाजों राहुल (525) और मयंक अग्रवाल (393) की मौजूदगी के बावजूद टीम को जीत हासिल करने के लिए जूझना पड़ा है. क्रिस गेल की सफल वापसी से हालांकि सलामी बल्लेबाजों के ऊपर से दबाव कम हुआ है विशेषकर राहुल अब अधिक खुलकर खेल सकते हैं.निकोलस पर फिर होगी जिम्मेदारी
निकोलस पूरन (Nichloas Pooran) दिखा चुके हैं कि वह क्या करने में सक्षम है लेकिन उन्होंने अब तक टीम को जीत दिलाने वाली पारी नहीं खेली है. बल्लेबाज के रूप में मैक्सवेल पर दबाव बढ़ रहा है लेकिन वह उपयोगी स्पिनर साबित हो रहे हैं. दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हालांकि टीम के मैक्सवेल के साथ ही बरकरार रहने की उम्मीद है. दिल्ली की टीम मौजूदा टूर्नामेंट में अब तक सबसे सफल टीम रही है और शनिवार रात चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ करीबी मैच में जीत से उसका मनोबल बढ़ा होगा.
दिल्ली बरकरार रखना चाहेगी टॉप स्थान
पृथ्वी शॉ कुछ मैचों में खाता खोलने में नाकाम रहने के बाद बड़ी पारी खेलने को बेताब होंगे जबकि शिखर धवन फॉर्म में वापसी कर चुके हैं. दिल्ली की टीम नौ मैचों में सात में जीत दर्ज करने में सफल रही है. अक्षर पटेल ने गेंद के अलावा बल्ले से भी अपनी उपयोगिता साबित की है. चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ उन्होंने रविंद्र जडेजा के मैच के अंतिम ओवर में तीन छक्के जड़कर दिल्ली को जीत दिलाई.
उम्दा गेंदबाजी क्रम के साथ दिल्ली की टीम ने दिखाया है कि वे कम स्कोर का बचाव करने में भी सक्षम हैं. चोटिल ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में खेल रहे अजिंक्य रहाणे के पास प्रभाव छोड़ने के लिए अधिक समय नहीं बचा है. दोनों टीमों के बीच पिछला मैच सुपर ओवर में खिंचा था और दिल्ली से अधिक पंजाब की टीम उम्मीद कर रही होगी कि दोबारा ऐसा नहीं होगा.
टीमें इस प्रकार हैं:
किंग्स इलेवन पंजाब: लोकेश राहुल, हरप्रीत बरार, इशान पोरेल, मनदीप सिंह, जेम्स नीशाम, तजिंदर सिंह, क्रिस जोर्डन, करुण नायर, दीपक हुड्डा, रवि बिश्नोई, अर्शदीप सिंह, ग्लेन मैक्सवेल, मुजीब उर रहमान, सरफराज खान, शेल्डन कोटरेल, मयंक अग्रवाल, मोहम्मद शमी, दर्शन नलकांडे, निकोलस पूरन, क्रिस गेल, मुरुगन अश्विन, जगदीश सुचित, कृष्णप्पा गौतम, हार्डस विलोजेन और सिमरन सिंह बेंच.
दिल्ली कैपिटल्स: श्रेयस अय्यर (कप्तान), कैगिसो रबादा, मार्कस स्टोइनिस, संदीप लामिचाने, इशांत शर्मा, अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन, शिखर धवन, शिमरोन हेटमायर, एलेक्स कैरी, मोहित शर्मा, पृथ्वी साव, ललित यादव, आवेश खान, अक्षर पटेल, तुषार देशपांडे, ऋषभ पंत, हर्षल पटेल, कीमो पॉल, अमित मिश्रा, एनरिच नोर्टजे , डेनियल सेम्स.