
चाईना में बनने वाली कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल मुस्लिम नहीं करेंगे- मुस्लिम संगठन
Coronavirus Vaccine : बुधवार को 9 मुस्लिम संघटनों (Muslim Organizations) ने फैसला लिया है कि चीन (China) में बनने वाली कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का इस्तेमाल मुस्लिम नहीं करेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 24, 2020, 9:49 AM IST
चाइना का वैक्सीन मुस्लिम इसलिए इस्तेमाल नहीं करेंगे
बता दें कि आम टीकों में पोर्क जिलेटिन का इस्तेमाल होता है. इसी वजह से मुस्लिमों के बीच टीकाकरण को लेकर चिंता बढ़ गई है. इस्लामी कानून में पोर्क से बने कोई भी उत्पादों को हराम माना जाता है. मुंबई में बुधवार को 9 मुस्लिम संगठनों के महासचिव और रजा एकाडमी के मो सैय्यद नूरी ने कहा, ‘मुंबई में हमारे लोगों कि मीटिंग हुई, जिसमें 9 संघटन शामिल हुए. इसमें फैसला लिया गया कि चाइना में बनने वाली वैक्सीन का इस्तेमाल मुस्लिम न इस्तेमाल करें.’

भारत को दिसंबर के अंत तक वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी मिलने की संभावना है (सांकेतिक तस्वीर)
वैक्सीन पर क्या कहना है मुस्लिम संगठनों का
नूरी आगे कहते हैं, ‘हमें पता चला है की चाइना में एक वैक्सीन बनाई है, जिसमें सुअर के बाल, चर्वी या उसके मांस का इस्तमाल हुआ है. मुसलमानों में सुअर पूरी तरह से हराम है. अगर सुअर का एक बाल भी कुएं में गिर जाता है तो वो पूरा कुआं ना-पाक हो जाता है. इसलिए यह तय हुया है कि चाइना वाली वैक्सीन का इस्तेमाल हम नही करेंगे.’

मुस्लिम संघटनों को कहना है कि चाइना की वैक्सीन में सुअर का इस्तमाल हुआ है.
ये भी पढ़ें: किसान आंदोलन में क्यों नहीं दिख रहे पप्पन सिंह, Lockdown में मजदूरों को फ्लाइट से घर भेज बटोरी थी सुर्खियां
गौरतलब है कि वैक्सीन के इस्तेमाल को लेकर हो रही सहमति और असहमति के बीच भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल (डीजीसीआई) के साथ अपने कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (Covavxine) के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के लिए आवेदन किया है. वर्तमान में 1,000 वॉलेंटियर्स के साथ चरण I और II परीक्षणों को पूरा करने के बाद पूरे भारत में 25 केंद्रों पर 26,000 वॉलंटियर्स पर तीसरे चरण के ह्यूमन ट्रायल्स कर रहा है.